Constipation In Hindi
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हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमारे Digestive System (पाचन तंत्र) का सही तरीके से काम करना बहुत ही आवश्यक है क्योंकि उसके द्वारा किये गए भोजन के पाचन से हमे ऊर्जा मिलती है और हम कार्यरत रहते है।
हमारे पाचन तंत्र का काम भोजन को पचाना और Undigested Matter को शरीर से बाहर करना होता है।
यह कार्य जब सही ढंग से नही हो पाता तभी हमे बहुत सी समस्या होती है उनमे से एक है कब्ज जिसे अंग्रेजी मे CONSTIPATION कहते है।
कब्ज क्या है? / What Is Constipation In Hindi?
इसमे मल त्याग करने मे परेशानी होती है और मल का त्याग पूर्ण रूप से नही हो पता है।जिन्हे हफ्ते मे 3 या उससे कम बार मल त्याग होता है उन्हें कब्ज जैसी बीमारी की शिकायत होती है।इसमे पेट मे दर्द, मल का Hard और Dry होना और माल त्याग मे ज्यादा समय लगना जैसी समस्या होती है।
कब्ज के कारण / Causes of Constipation
कब्ज होने के बहुत से कारण होते है जैसे
1) पानी कम पीना पानी कम पीना_पानी कम पीना कब्ज होने का मुख्य कारणों मे से एक है। जो कम पानी पीते है उन्हे कब्ज होने की ज्यादा chance रहते है।
2) Unhealthy Diet_हम क्या खाते है इससे हमारे Digestion पर बहुत फर्क पड़ता है इसलिए Unhealthy food हमारे Digestion को खराब करते है जिसके कारण कब्ज की समस्या हो सकती है।
3) Diet मे Fibre का कम होना _हमारे भोजन मे Fibre का होना बहुत आवश्यक है। जिनके भोजन मे Fibre की मात्रा कम होती है उन्हें कब्ज की समस्या हो सकती है।.हम आपके पसंदीदा toothbrush को मुफ़्त शिपिंग के साथ बेहद कम कीमत पर खरीदने की सलाह देते हैं, और आप अपना ऑर्डर स्टोर से भी ले सकते हैं एक ही दिन।
4) Routine Changes_बार बार Routine मे बदलाव करने के कारण भी Constipation की समस्या होती है। Routine मे बदलाव करने से मल त्याग करने का समय और स्थान भी बदलता जिससेे Psycological Effect पड़ता है।
5) Physical Inactivity_भोजन का सही रूप से पाचन के लिए Physical Activity भी बहुत आवश्यक है। जो लोग Physically ज्यादा Active नही होते उन्हे भी कब्ज की समस्या होती है।
6) Age & Gender_कब्ज की समस्या ज्यादा करके old Age के लोगों को होता है जिनकी उम्र 65 वर्ष से जादा हो। और महिलाओं मे पुरुष के मुकाबले ज्यादा कब्ज होने के chances होते है।
7) Pregnancy_गर्भावस्था मे भी Hormonal Changes, Physical changes और खानपान मे बदलाव के कारण भी कब्ज की समस्या होती है।गर्भवती महिलाएं Iron के suppliment का भी सेवन करते है इसके कारण भी Constipation यानी कब्ज की समस्या होती है।
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कब्ज के लक्षण / Constipation Symptoms In Hindi
• मलत्याग मे दर्द होना
• मल त्याग मे ज्यादा समय लगना
• मल का हार्ड और ड्राई होना
• मल त्याग के लिए दबाव लगाना
• उल्टी जैसा अनुभव
Constipation Complicatins In Hindi
कब्ज का सही समय पर इलाज कराना हमारे लिए अच्छा विकल्प है यदि सही समय पर उपचार नही करने से उसके बहुत से complications भी होते है।
~Piles & Bleeding
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~Heart Attack
~Swelling in Anus
कब्ज के उपचार / Treatment of Constipation
कब्ज का उपचार हम प्रतिदिन की दिनचर्या मे परिवर्तन करके हम इसका उपचार कर सकते है जैसे
• अधिक पानी पीना (6-8 गिलास)
• फ़ाइबर युक्त भोजन करना
• व्यायाम करना (15-30 Min रोजाना)
• दूध और Cafiine से बचें
• सुबह गर्म पानी पीना
CONCLUSION
Constipation ऐसी बीमारी जिसमेमलत्याग मे समस्या होती है जिसमे दर्द होना, मल का कठोर और सुखा होना, पेट दर्द होना जैसी समस्या होती है। इसके होने के मुख्य कारण कम पानी का सेवन, कम फाइबर युक्त भोजन और कम Physical Activity करना है।इसे हम अपने Lifestyle मे Changes करके ठीक कर सकते है।
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FAQ
Q पेट में कब्ज होने पर क्या खाएं?
Ans पेट मे कब्ज की समस्या होने पर आपको Firbre वाले चीजों का सेवन करें और अच्छी मात्रा मे पानी पिये।
Q बार बार कब्ज होने के कारण?
कब्ज होने के कारण कम मात्रा मे पानी पीना, भोजन मे Fribre युक्त चीजों की कमी होना, अधिक junk फूड्स का सेवन, मलत्याग की जरूरत को अनदेखा करना इत्यादि